शनिवार, 2 अक्तूबर 2021

Email-id | मेल आईडी | A Short Story | Motivational Story

मेल आईडी | Email-id | A Short Story | Motivational Story

मेल आईडी


“मेल आईडी”

रमेश नाम का सीधा-साधा आदमी गाँव से कुछ काम करने के लिए शहर आता है।  शहर की चमक-धमक से प्रभावित होकर यहीं कोई नौकरी करके अपना घर बसाना चाहता था।  वह नौकरी की तलाश में दर-दर भटकता रहा। बहुत कोशिशों के बाद एक कंपनी के मालिक को उस पर तरस आ जाता है। मालिक ने कहा, मेरे पास तुम्हें देने के लिए अभी कोई नौकरी तो नहीं है। लेकिन मैं तुम्हें अपनी ऑफिस में चपरासी की नौकरी दे सकता हूँ।” रमेश बहुत खुश हुआ। मालिक ने कहा, “अपनी मेल आईडी देकर जाओ, मैं तुम्हें अपॉइंटमेंट लेटर मेल कर दूँगा।” रमेश बड़े आश्चर्य के साथ कहता है, मालिक मेरे पास तो कोई मेल आईडी है ही नहीं।’  मालिक ने आश्चर्य से कहा, “इस डिजिटल की दुनिया में तुम्हारे पास मेल आईडी तक नही है, मैं तुम्हे नौकरी नहीं दे सकता।”  मालिक की बातें सुनकर वह बड़ा निराश हुआ। दुखी मन से  चला जा रहा था, उसे अपनी मंज़िल का पता नहीं था।  फिर भी वह चला जा रहा था........ 

    उसके पास सौ रुपये थे। उन रुपयों से मार्केट से टमाटर खरीदे और घर-घर जाकर बेचा।  सौ रुपये दुगने हो गए।  उसने देखा कि  शहर के लोगों के पास मार्केट जाकर सब्जी ख़रीदने का समय भी नहीं है। उसने इसका भरपूर लाभ उठाना चाहा। वह रोज़ सुबह मार्केट से सब्जी खरीदता और घर-घर जाकर बेच देता। कुछ ही महीनों में उसने दो आदमियों को भी रख लिया। ताकि अपने ग्राहकों को समय पर सब्जी घर पहुँचा सके।   इस तरह काम करते-करते कुछ महीनों बाद उसने एक ट्रक खरीदा। वह पास के गाँवों के किसानों के पास जाकर सब्जी खरीदता और शहर लाकर ताज़ी-ताज़ी सब्जी बेचता। देखते-देखते  वह लाखों-करोड़ों का अधिपति बन गया। उसके पास 1000 नौकर काम करने लगे। 

 एक दिन पालिसी वाला एजेंट उसकी संपत्ति से प्रभावित होकर उसकी एक बड़ी पालिसी करवाना चाहता था। वहाँ सभी आदमियों को अपने काम में व्यस्त देखकर, बीमा एजेंट रमेश से बड़ी विनम्रता से पूछता है सर जी, आपका मेल आईडी दीजिए, मैं आपको सारी डिटेल्स उसमें भेज दूँगा। रमेश बड़ी सहजता से कहता है,  मेरे पास तो कोई मेल आईडी है ही नहीं। 

    एजेंट आश्चर्य से पूछता है। साहब जी, इस डिजिटल की दुनिया में आप के पास मेल आईडी भी नहीं है। रमेश बड़ी विनम्रता से जवाब देता है। भाई अगर मेरे पास मेल आईडी होती तो; आज मैं एक कंपनी में चपरासी की नौकरी कर रहा होता। मैं करोड़पति कभी नहीं बन पाता।

 

आपको यह कहानी कैसी लगी? मुझे कमेंट बॉक्स में लिखकर बताइए। 

दुनिया कौन-सी भी हो? कैसी भी हो? क्या वास्तव में  मेल आईडी  का होना ज़रूरी है?

धन्यवाद।


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